तुफान दितवाह ने मचाई तबाही अब आयेगा वेस्टर्न डिस्टरबेंस…Skymet
स्काइमेट के मौसम बुलेटिन के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘दितवाह’ अब कमजोर होकर डिप्रेशन में बदल गया है और जल्द ही आंध्र प्रदेश के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन जाएगा। हालांकि, इसके कमजोर होने के बावजूद भी, यह दक्षिणी प्रायद्वीप के कई राज्यों में बारिश की गतिविधियाँ जारी रखेगा। 2 और 3 दिसंबर के आसपास आंध्र प्रदेश, दक्षिणी ओडिशा, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। तटवर्ती आंध्र प्रदेश (जैसे नेल्लोर, तिरुपति) और तमिलनाडु (जैसे चेन्नई, कांचीपुरम) में कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी हो सकती है।
पहाड़ों पर होगी भारी बर्फबारी उत्तर भारत के पहाड़ों के लिए यह एक अच्छी खबर है क्योंकि एक नया और मजबूत पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) 4 से 5 दिसंबर के बीच दस्तक देने वाला है। इस विक्षोभ के प्रभाव से गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के इलाकों में अच्छी बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ों पर भी स्नोफॉल हो सकता है। यह बर्फबारी न केवल सेब जैसी फसलों के लिए आवश्यक ठंडक प्रदान करेगी, बल्कि ग्लेशियरों को पुनर्जीवित करने और मैदानी इलाकों की नदियों के लिए पानी सुनिश्चित करने की दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसके बाद और भी पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है।
मैदानी इलाकों में बढ़ेगी कड़ाके की ठंड फिलहाल, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के मैदानी इलाकों में उत्तर-पश्चिमी दिशा से शुष्क और ठंडी हवाएँ चल रही हैं, जिससे तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है। इन उत्तरी हवाओं की गति बढ़ने से दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में कुछ सुधार भी देखने को मिला है।
हालांकि, दिसंबर के पहले सप्ताह के अंत में, यानी 5-6 दिसंबर के बाद, असली ठंड का आगमन होगा। जब पश्चिमी विक्षोभ पूर्व की ओर बढ़ जाएगा, तो बर्फ से ढके पहाड़ों से आने वाली बर्फीली उत्तरी हवाएँ तापमान को बहुत तेजी से गिराएंगी। इन हवाओं से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और यहां तक कि महाराष्ट्र और तेलंगाना तक के तापमान में गिरावट दर्ज होगी, जिससे सर्दी का जोर शुरू हो जाएगा।